शिव रात्री १३फरवरी को क्यों मनाई जाती हैं, क्या आप जानते हो
मोदरान न्यूज।
जेजे राजपुरोहित ।
धर्म डेस्क।
हिन्दुओं के प्रमुख त्यौहारों में से एक महाशिवरात्रि है। यह भगवान शिव का प्रमुख पर्व है। इसे उनके सम्मान के रूप में बनाया जाता है। कहा जाता है कि इसी दिन शिवजी ने देवी पार्वती के साथ विवाह किया था।
वहीं यह भी माना जाता है कि सृष्टि का प्रारंभ इसी दिन से हुआ। साल में होने वाली 12 शिवरात्रियों में से महाशिवरात्रि को सबसे महत्वपूर्ण माना गया है। इस बार यह त्यौहार देश भर में 13 फरवरी को बनाया जाएगा। इस दिन के व्रत को शिवजी का सबसे बड़ा व्रत माना जाता है।
ज्योतिषाचार्यों अनुसार इस बार 13 फरवरी को सूर्योदय सुबह 6.26 बजे और त्रयोदशी तिथि रात्रि 10.22 बजे तक की होगी। वहीं इसके बाद अद्र्धरात्रि को कृष्ण चतुर्दशी तिथि आएगी। रविवार, मंगलवार या शिव योग होने से महत्वपूर्ण अधिक हो जाता है।
इस साल 13 फरवरी को मंगलवार है। इस दिन महाशिवरात्रि व्रत रखने का एक पक्ष यह भी है कि व्रत का पारण चतुर्दशी में ही करना श्रेष्ठ माना जाता है।
धर्म ग्रंथों के अनुसार महाशिवरात्रि के दिन इनकी पूजा विधि-विधान से करने पर विशेष फल की प्राप्ति होती है और भक्त की सभी मनोकामनाएं जल्दी ही पूरी होती हैं। भगवान शिव की कृपा से गरीब भी अमीर बन जाता है।