मुम्बई – शायद आप ये खबर जान चुके होंगे की अपनी दमदार और लाजवाब एक्टिंग से लाखों सिनेमा प्रेमियों के दिलों पर सालों तक राज करने श्रीदेवी का निधन हो चुका है। उनका निधन उस वक्त हुआ जब वो दुबई में किसी शादी में शामिल होने गई हुई थीं, जहां उन्हें अचानक कार्डिएक अरेस्ट आया। अटैक के बाद वो बेहोश हो गई और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल पहुंचते ही डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। 80 के दशक में श्रीदेवी को हिंदी सिनेमा की फीमेल सुपरस्टार माना जाता था। कुछ लोगों ने श्रीदेवी को फीमेल अमिताभ का खिताब भी दिया था। अब श्रीदेवी की डेड बॉडी की पहली तस्वीर भी सामने आ चुकी है।
पूरे देश में मनाया जा रहा है शोक
बॉलीवुड एक्ट्रेस श्रीदेवी के निधन की खबर पूरे देश के लिए दुखद है। आपको बता दें कि दुबई में श्रीदेवी का निधन दिल का दौरा पड़ने से हुआ। श्रीदेवी के अचानक निधन पर प्रधानमंत्री मोदी की ने भी शोक व्यक्त किया गया है। पीएम मोदी की ओर से एक ट्वीट किया गया है जिसमें लिखा है कि – अभिनेत्री श्रीदेवी के असमय और अचानक निधन से दुखी हूं। मैं इस दुख की घड़ी में उनके परिवार के साथ हूं।’ आपको बता दें कि श्रीदेवी ने फिल्म प्रोड्यूसर बोनी कपूर से शादी की थी और उनकी दो बेटियां हैं। श्रीदेवी ने अपने बॉलीवुड करियर की शुरुआत बतौर बाल कलाकर की थी।
अपनी शानदार एक्टिंग से लाखों सिनेमा प्रेमियों के दिलों पर राज करनेवाली बॉलीवुड एक्ट्रेस श्रीदेवी का निधन उस वक्त हुआ जब वो अपने पति बोनी कपूर के भांजे की शादी में शरीक होने दुबई गई हुई थीं। खबर के मुताबिक, श्रीदेवी अपने पति बोनी कपूर के भांजे मोहित मारवाह की शादी में शामिल होने के लिए परिवार समेत दुबई गई हुई थीं। आपको बता दें कि 80 के दशक में श्रीदेवी बॉलीवुड की सबसे कामयाब अभिनेत्री रही हैं। उन्होंने लगभग अपनी हर फिल्म में अपनी दमदार एक्टिंग से लोगों के दिलों पर राज किया। श्रीदेवी अभी महज 54 साल की थीं। कहा जा रहा है कि श्रीदेवी के निधन से पहले अमिताभ बच्चन को भी शायद पहले ही हो गया था। अभिताभ बच्चन ने ट्विटर पर लिखा था कि, ‘न जाने क्यूँ , एक अजीब सी घबराहट हो रही है।’
श्रीदेवी की डेड बॉडी की पहली तस्वीर
गौरतलब है कि श्रीदेवी की डेड बॉडी अभी दुबई में ही है। जहां से श्रीदेवी की डेड बॉडी की पहली तस्वीर सामने आ गई है। यह तस्वीर पोस्टमार्टम के दौरान क्लिक की गई है। आपको बता दें कि दुबई से उनकी डेड बॉडी मुम्बई लाई जायेगी और उनका अंतिम संस्कार मुंबई में होगा। उनके पार्थिव शरीर को दुबई से लाने की तैयारी की जा रही है। आपको बता दें कि श्रीदेवी जिस शादी में शामिल होने दुबई गई हुई थीं वहां से बोनी के परिवार के लोग शादी के बाद दुबई से लौट आए थे। लेकिन बोनी, श्रीदेवी और खुशी वहीं रुके हुए थे।
श्रीदेवी, देश की सबसे खूबसूरत भारतीय अभिनेत्री में से एक थीं, जो अस्सी के दशक में हिंदी फिल्म उद्योग की निर्विवादित रुप से सबसे बड़ी स्टार थीं। करीब 55 साल की उम्र के बावजूद उनकी खूबसूरती में कोई कमी नहीं थी। वो पहले के जैसे ही फिट और खूबसूरत थीं। उन्हें देखकर कोई सोच भी नहीं सकता था कि इस तरह से उनका अचानक निधन हो सकता है। हालांकि, कई सालों से वो कम फिल्में ही कर रही थीं। लेकिन, उन्होंने अपने प्रदर्शन से फिर से साबित किया कि वो अभी वो 80 के दशक वाली श्रीदेवी ही हैं।
नफरत करता था श्रीदेवी से ये बेटा, क्या पार्थिव शरीर को कंधा देने के लिए होंगे तैयार?
श्रीदेवी की मौत से पूरा बॉलीवुड सदमे में है। आखिरी समय में बेटी जाह्नवी कपूर उनके साथ नहीं थीं। इस बात का दुख जाह्नवी को हमेशा रहेगा। श्रीदेवी का निधन दुबई में हुआ। वो अपने भतीजे मोहित मारवाह की शादी में शामिल होने के लिए पहुंची थीं।
इस दौरान उनके साथ पति बोनी कपूर, बेटी खुशी कपूर और सौतेले बेटे अर्जुन कपूर मौजूद थे। अर्जुन के साथ श्रीदेवी का रिश्ता हमेशा उलझा हुआ रहा। अर्जुन ने कभी श्रीदेवी को मां के तौर पर नहीं अपनाया। एक इंटरव्यू में अर्जुन ने इस बात का खुलासा किया था।
अर्जुन ने कहा था, ‘श्रीदेवी और उनकी दोनों बेटियां मेरे लिए मायने नहीं रखतीं।’ अर्जुन बोनी की पहली पत्नी मोना कपूर के बेटे हैं। अर्जुन की एक बहन अंशुला भी हैं। जून 1996 में बोनी ने श्रीदेवी से दूसरी शादी कर ली थी। इस बात ने अर्जुन कपूर की मां मोना को काफी दुख पहुंचाया।
श्रीदेवी से शादी के बाद जब बोनी कपूर मोना से दूर हो गए थे। उस समय मोना के पास उनके दोनों बच्चे अर्जुन और अंशुला थे। उन कुछ सालों के अनुभव ने अर्जुन को पूरी तरह से बदल दिया था। वे काफी गुस्सैल और जिद्दी हो गए थे।
अर्जुन को उनके स्कूल के बच्चे ताना मारते थे। एक इंटरव्यू में अर्जुन कपूर ने कहा, ‘वह कभी मेरी मां नहीं हो सकतीं। वह मां जैसी भी नहीं हो सकती। वह केवल मेरे पिता की पत्नी हैं।’ इस पर श्रीदेवी ने कहा था, ‘मैंने बोनी को उनके बच्चों या परिवार से मिलने के लिए कभी नहीं रोका।’